RBI Guidelines: हाल के दिनों में भारतीय करेंसी नोटों को लेकर विभिन्न प्रकार की चर्चाएँ सोशल मीडिया पर देखने को मिल रही हैं। विशेष रूप से, कुछ नोटों पर उनके सीरियल नंबर के बीच स्टार चिह्न की मौजूदगी ने आम जनता में भ्रम और चिंता पैदा कर दी है। कई लोगों ने यह अफवाह फैला दी कि ऐसे नोट वैध नहीं हैं और इन्हें स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए। इस बढ़ते भ्रम को देखते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण सरकुलर जारी किया है, जिसमें स्टार वाले नोटों के संबंध में स्पष्टीकरण दिया गया है।
स्टार वाले नोटों पर उठे सवाल
पिछले कुछ महीनों से करेंसी नोट कई कारणों से चर्चा में हैं। दो हज़ार रुपये के नोटों को चलन से हटाने की प्रक्रिया से लेकर, कुछ नोटों के सीरियल नंबर के बीच स्टार चिह्न की मौजूदगी तक, विभिन्न मुद्दे सामने आए हैं। सोशल मीडिया पर इस विषय में बहुत सारी भ्रामक जानकारी फैल गई, जिसके कारण कुछ लोगों ने यह दावा करना शुरू कर दिया कि सीरियल नंबर के बीच स्टार वाले नोट अवैध हैं और इन्हें स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए। इस प्रकार के दावों ने आम जनता में भ्रम और चिंता पैदा कर दी, जिससे कई स्थानों पर ऐसे नोटों को लेने से इनकार करने की घटनाएँ सामने आईं।
रिज़र्व बैंक का स्पष्टीकरण
इस बढ़ते हुए भ्रम को देखते हुए भारतीय रिज़र्व बैंक ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण सरकुलर जारी किया है। इस सरकुलर के माध्यम से आरबीआई ने स्पष्ट किया है कि सीरियल नंबर के बीच स्टार चिह्न वाले नोट पूर्णतः वैध और असली हैं। आरबीआई ने जनता को आश्वस्त किया है कि इन नोटों को लेकर किसी भी प्रकार की चिंता करने की आवश्यकता नहीं है और इन्हें सभी जगहों पर बिना किसी संकोच के स्वीकार किया जाना चाहिए।
स्टार वाले नोट क्या हैं और क्यों जारी किए जाते हैं?
आरबीआई ने अपने सरकुलर में स्टार वाले नोटों के पीछे के कारण और उद्देश्य का भी विस्तार से वर्णन किया है। रिज़र्व बैंक का कहना है कि कई बार नोटों की छपाई के दौरान प्रेस में कुछ नोटों की गलत छपाई हो जाती है। जब ऐसा होता है, तो उन गलत छपे हुए नोटों के स्थान पर नए नोट छापे जाते हैं। इन प्रतिस्थापित नोटों को पहचान के लिए, उनके सीरियल नंबर वाले पैनल में एक स्टार चिह्न जोड़ा जाता है। यह स्टार चिह्न नोट के सीरियल नंबर और उसके पहले दर्ज होने वाले अक्षरों के बीच में लगाया जाता है।
स्टार वाले नोटों की वैधता और स्वीकार्यता
आरबीआई ने अपने सरकुलर में स्पष्ट किया है कि स्टार चिह्न वाले बैंक नोट किसी भी अन्य वैध नोट की तरह ही हैं और इन्हें सभी स्थानों पर स्वीकार किया जाना चाहिए। स्टार चिह्न केवल यह दर्शाता है कि इस नोट को किसी गलत छपे हुए या दोबारा प्रिंट किए गए नोट के स्थान पर जारी किया गया है। आरबीआई का यह भी कहना है कि कोई भी बैंक या दुकानदार इन नोटों को लेने से इनकार नहीं कर सकता है, और ये नोट सामान्य रूप से प्रचलन में रहेंगे।
स्टार वाले नोटों की पहचान और विशेषताएँ
स्टार वाले नोटों की आसानी से पहचान की जा सकती है, क्योंकि इनके सीरियल नंबर के बीच में एक स्टार (*) चिह्न होता है। उदाहरण के लिए, एक सामान्य नोट का सीरियल नंबर “2AC 123456” होगा, जबकि एक स्टार वाले नोट का सीरियल नंबर “2AC *123456” होगा। यह स्टार चिह्न नोट के अन्य सभी सुरक्षा विशेषताओं को प्रभावित नहीं करता है, और नोट में मौजूद सभी सुरक्षा विशेषताएँ, जैसे वाटरमार्क, सिक्योरिटी थ्रेड, और बदलते रंग की स्याही, बिना किसी परिवर्तन के मौजूद रहती हैं।
स्टार वाले नोटों का इतिहास
आरबीआई द्वारा स्टार वाले नोटों की शुरुआत वर्ष 2006 में की गई थी। इसका मुख्य उद्देश्य नोट छपाई प्रक्रिया में पारदर्शिता और कुशलता को बढ़ावा देना था। इस व्यवस्था के आने से पहले, गलत छपे हुए नोटों के स्थान पर जारी किए गए नोटों के सीरियल नंबर अनियमित होते थे, जिससे नोटों की गिनती और प्रबंधन में कठिनाई होती थी। स्टार चिह्न की शुरुआत के साथ, आरबीआई अब आसानी से पता लगा सकता है कि कौन से नोट मूल रूप से छापे गए थे और कौन से नोट प्रतिस्थापित किए गए हैं।
नागरिकों के लिए सुझाव
आरबीआई ने नागरिकों से अपील की है कि वे ऐसी अफवाहों पर ध्यान न दें जो स्टार वाले नोटों की वैधता पर सवाल उठाती हैं। नागरिकों को सलाह दी गई है कि वे इन नोटों को बिना किसी संकोच के स्वीकार करें और उपयोग करें। यदि कोई व्यक्ति या संस्था स्टार वाले नोट को स्वीकार करने से इनकार करती है, तो इसकी सूचना नजदीकी आरबीआई कार्यालय या बैंक शाखा को दी जा सकती है। आरबीआई ने यह भी स्पष्ट किया है कि स्टार वाले नोट किसी भी बैंक में जमा किए जा सकते हैं और इन्हें बदलने के लिए किसी विशेष प्रक्रिया की आवश्यकता नहीं है।
स्टार वाले करेंसी नोटों के संबंध में फैली भ्रामक जानकारी के बीच, आरबीआई का यह स्पष्टीकरण अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह स्पष्ट हो गया है कि स्टार चिह्न वाले नोट पूर्णतः वैध और असली हैं, और इन्हें सभी स्थानों पर स्वीकार किया जाना चाहिए। स्टार चिह्न केवल यह दर्शाता है कि यह नोट किसी गलत छपे हुए नोट के स्थान पर जारी किया गया है, और इसका नोट की वैधता या मूल्य पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। नागरिकों को ऐसी अफवाहों से सावधान रहना चाहिए और केवल आधिकारिक स्रोतों से प्राप्त जानकारी पर भरोसा करना चाहिए।
Disclaimer
यह लेख केवल सूचनात्मक उद्देश्यों के लिए है और इसमें दी गई जानकारी भारतीय रिज़र्व बैंक द्वारा जारी आधिकारिक सरकुलर पर आधारित है। किसी भी संदेह या अतिरिक्त जानकारी के लिए, पाठकों को भारतीय रिज़र्व बैंक की आधिकारिक वेबसाइट या अपने नजदीकी बैंक से संपर्क करने की सलाह दी जाती है। लेखक या प्रकाशक इस लेख में दी गई जानकारी के उपयोग से होने वाले किसी भी नुकसान या परिणाम के लिए जिम्मेदार नहीं होंगे।