New Tax Regime: आज के समय में हर नौकरीपेशा व्यक्ति को अपनी आय पर इनकम टैक्स का भुगतान करना पड़ता है। हालांकि, अब नई टैक्स रिजीम लागू होने से टैक्स बचाने के नए अवसर मिल रहे हैं। इनकम टैक्स विभाग ने नई टैक्स रिजीम के तहत कई बदलाव किए हैं, जिनका लाभ उठाकर आप अपने टैक्स में काफी बचत कर सकते हैं। यह जानकारी आपके लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, खासकर अगर आप अपनी वित्तीय योजना बनाने की सोच रहे हैं। आइए विस्तार से जानते हैं कि नई टैक्स रिजीम में आप कैसे अपना टैक्स बचा सकते हैं।
नई टैक्स रिजीम का डिफॉल्ट सिस्टम
वित्तीय वर्ष 2024-25 से भारत में नई टैक्स रिजीम को डिफॉल्ट टैक्स सिस्टम बना दिया गया है। इसका मतलब है कि अगर आप विशेष रूप से पुरानी टैक्स व्यवस्था का चयन नहीं करते हैं, तो आपका टैक्स स्वचालित रूप से नई टैक्स रिजीम के हिसाब से गणना किया जाएगा। नई व्यवस्था में टैक्स स्लैब दरों को कम कर दिया गया है, जिससे आपके टैक्स का बोझ कम हो सकता है। हालांकि, इसमें पुरानी व्यवस्था के कुछ लाभ जैसे कि धारा 80C, 80D, HRA या होम लोन पर ब्याज की छूट नहीं मिलती है।
किसको होगा लाभ और किसको नुकसान
नई टैक्स रिजीम का लाभ मुख्य रूप से उन लोगों को मिलेगा जिन्होंने पुरानी व्यवस्था में ज्यादा टैक्स लाभ का दावा नहीं किया था। अगर आप पहले से ही कम टैक्स बेनिफिट्स का उपयोग कर रहे थे, तो नई टैक्स रिजीम में आपकी टैक्स बचत ज्यादा हो सकती है। इसके विपरीत, जो लोग पुरानी व्यवस्था के तहत 80C, HRA या होम लोन जैसी छूटों का पूरा लाभ उठा रहे थे, उनके लिए नई टैक्स रिजीम में अधिक टैक्स भुगतान करना पड़ सकता है। इसलिए, यह अत्यंत महत्वपूर्ण है कि आप दोनों विकल्पों में अपनी टैक्स देनदारी की गणना का सही तरीके से तुलना करें।
टैक्स कैलकुलेशन के लिए उपयोगी सुझाव
नई और पुरानी टैक्स रिजीम के बीच चयन करने से पहले, अपने टैक्स की सही गणना करना आवश्यक है। आप ऑनलाइन टैक्स कैलकुलेटर का उपयोग कर सकते हैं, जो आपको दोनों व्यवस्थाओं के बीच तुलना करने में मदद करेगा। अपनी वेतन स्लिप, निवेश प्रमाण और अन्य आय विवरण जैसे दस्तावेजों को तैयार रखें। इससे आपको यह समझने में मदद मिलेगी कि कौन सी टैक्स रिजीम आपके लिए अधिक फायदेमंद है। याद रखें, हर व्यक्ति की वित्तीय स्थिति अलग होती है, इसलिए दूसरों की नकल करने के बजाय अपनी परिस्थितियों के अनुसार निर्णय लें।
पैसे बचाने के पांच स्मार्ट तरीके
1. दीर्घकालिक लक्ष्यों के लिए निवेश करें
नई टैक्स रिजीम में धारा 80C के लिए निवेश का दबाव नहीं है, लेकिन भविष्य की योजना बनाना अभी भी उतना ही महत्वपूर्ण है। अपने दीर्घकालिक लक्ष्यों के लिए एसआईपी (SIP), म्यूचुअल फंड्स, पीपीएफ (PPF) या डेट फंड्स जैसे विकल्पों में निवेश करें। याद रखें, टैक्स बचाने के साथ-साथ अपने भविष्य को सुरक्षित करना भी उतना ही महत्वपूर्ण है। ये निवेश आपको लंबे समय में अच्छा रिटर्न दे सकते हैं और आपके वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद कर सकते हैं।
2. उच्च ब्याज वाले कर्ज चुकाएं
अगर आपके पास क्रेडिट कार्ड का बकाया या पर्सनल लोन है, तो नई टैक्स रिजीम से बचे हुए पैसों का उपयोग इन कर्जों को चुकाने में करें। उच्च ब्याज वाले कर्ज आपके वित्तीय स्वास्थ्य पर बोझ डालते हैं और आपके अन्य वित्तीय लक्ष्यों को प्राप्त करने में बाधा बनते हैं। कर्ज को चुकाने से आपका वित्तीय बोझ कम होगा और आप अधिक आर्थिक स्वतंत्रता महसूस करेंगे। इसके अलावा, यह आपके क्रेडिट स्कोर को भी सुधारने में मदद करेगा।
3. आपातकालीन कोष बनाएं या बढ़ाएं
नई टैक्स रिजीम से बची हुई राशि का उपयोग अपने आपातकालीन कोष को बनाने या बढ़ाने में करें। वित्तीय विशेषज्ञों का सुझाव है कि आपके पास कम से कम 6-12 महीनों के खर्च के बराबर राशि आपातकालीन कोष में होनी चाहिए। यह कोष आपके जीवन की अप्रत्याशित परिस्थितियों जैसे नौकरी छूटने, स्वास्थ्य समस्याओं या अन्य वित्तीय संकटों के समय आपका सहारा बनेगा। आप इस राशि को बचत खाते या लिक्विड फंड में रख सकते हैं, जहां से आप आसानी से पैसे निकाल सकते हैं।
4. सही बीमा कवर लें
टैक्स बचाने के उद्देश्य से नहीं, बल्कि अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए सही हेल्थ और टर्म लाइफ इंश्योरेंस लें। अगर आपका वर्तमान बीमा कवरेज पर्याप्त नहीं है, तो नई टैक्स रिजीम से बची हुई राशि का उपयोग अपने बीमा कवरेज को बढ़ाने में करें। याद रखें, एक अच्छा बीमा कवर आपके परिवार को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करता है और आपको मानसिक शांति देता है। बीमा चुनते समय अपनी जरूरतों और बजट का ध्यान रखें।
5. अपस्किलिंग में निवेश करें
नई कौशल सीखने या मौजूदा कौशल को बेहतर बनाने में निवेश करें। अपस्किलिंग आपकी कमाई क्षमता को बढ़ाने में मदद कर सकती है और आपके करियर में आगे बढ़ने के अवसर प्रदान कर सकती है। आप ऑनलाइन कोर्सेज, वर्कशॉप्स या प्रोफेशनल सर्टिफिकेशन में निवेश कर सकते हैं। याद रखें, आपके कौशल में निवेश करना आपके भविष्य में निवेश करने के समान है, जो लंबे समय में बेहतर वित्तीय परिणाम दे सकता है।
सावधानीपूर्वक निर्णय लें
नई टैक्स रिजीम में जाने से पहले अपनी वित्तीय स्थिति का सावधानीपूर्वक विश्लेषण करें। हो सकता है कि नई व्यवस्था हर किसी के लिए फायदेमंद न हो। अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें और अपनी व्यक्तिगत परिस्थितियों के आधार पर निर्णय लें। याद रखें, टैक्स बचाना महत्वपूर्ण है, लेकिन अपने वित्तीय भविष्य की योजना बनाना और भी अधिक महत्वपूर्ण है। सही निवेश और वित्तीय निर्णय आपको दीर्घकालिक समृद्धि प्राप्त करने में मदद करेंगे।
Disclaimer
यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से प्रकाशित किया गया है और इसे वित्तीय या कर सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। टैक्स नियम और विनियम समय के साथ बदल सकते हैं, इसलिए निर्णय लेने से पहले कृपया अपने वित्तीय सलाहकार या कर विशेषज्ञ से परामर्श करें। लेखक या प्रकाशक इस लेख में दी गई जानकारी के आधार पर किए गए किसी भी निर्णय या कार्य के लिए जिम्मेदार नहीं होंगे। अपनी व्यक्तिगत वित्तीय स्थिति के अनुसार सोच-समझकर निर्णय लें।