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25 हजार बेसिक सैलरी वालों को रिटायरमेंट पर मिलेंगे 1,56,81,500 रुपये, समझ लें कैलकुलेशन EPFO

EPFO: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) भारत के संगठित क्षेत्र के कर्मचारियों के लिए एक महत्वपूर्ण वित्तीय सुरक्षा कवच है। यह संगठन कर्मचारियों के भविष्य को सुरक्षित करने में अहम भूमिका निभाता है। EPFO के अंतर्गत, कर्मचारियों के पीएफ खाते में नियमित रूप से राशि जमा होती रहती है, जिस पर वर्तमान में सरकार 8.1% का आकर्षक ब्याज प्रदान करती है। यह न केवल कर्मचारियों की बचत को बढ़ावा देता है, बल्कि उनके सेवानिवृत्ति के बाद की वित्तीय जरूरतों को भी सुनिश्चित करता है।

EPF खाते में जमा राशि का महत्व

EPF खाते में जमा होने वाली राशि कर्मचारियों के लिए एक सुरक्षित निवेश का माध्यम है। इस खाते में जमा राशि पर मिलने वाला ब्याज कई अन्य निवेश विकल्पों की तुलना में अधिक सुरक्षित और स्थिर होता है। EPF में निवेश करने का एक बड़ा लाभ यह है कि इसमें जमा राशि पर मिलने वाला ब्याज कर-मुक्त होता है, जो इसे और भी आकर्षक निवेश विकल्प बनाता है। इसके अलावा, EPFO कर्मचारियों को सेवानिवृत्ति के बाद पेंशन की सुविधा भी प्रदान करता है, जिससे उनकी वित्तीय सुरक्षा और मजबूत होती है।

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EPF फंड

EPF खाते में जमा होने वाली कुल राशि मुख्य रूप से तीन कारकों पर निर्भर करती है। पहला कारक है कर्मचारी का वेतन, दूसरा है उनकी वर्तमान उम्र, और तीसरा है वेतन में हर साल होने वाला इजाफा। कर्मचारी के मूल वेतन का 12 प्रतिशत हर महीने EPF खाते में जमा होता है, और इसके साथ ही नियोक्ता भी उतना ही योगदान देता है। इन तीनों कारकों के आधार पर, कर्मचारी के सेवानिवृत्ति तक के फंड की गणना की जा सकती है, जो कि लाखों या करोड़ों में हो सकती है।

25 हजार रुपये मासिक वेतन के साथ कितना होगा आपका रिटायरमेंट फंड?

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यदि किसी कर्मचारी का मूल वेतन 25,000 रुपये है, तो भी उनके रिटायरमेंट तक EPF खाते में एक बड़ी राशि जमा हो सकती है। आइए देखें कि अलग-अलग उम्र में नौकरी शुरू करने वाले कर्मचारियों के लिए यह राशि कितनी हो सकती है। यदि आप 25 वर्ष की उम्र में 25,000 रुपये के वेतन के साथ नौकरी शुरू करते हैं और हर साल वेतन में 5 प्रतिशत की वृद्धि होती है, तो 60 वर्ष की उम्र तक आपके EPF खाते में 1,95,48,000 रुपये से अधिक की राशि जमा हो सकती है।

30 वर्ष की उम्र में नौकरी शुरू करने पर क्या होगा आपका फंड?

यदि आप 30 वर्ष की उम्र में 25,000 रुपये के वेतन के साथ नौकरी शुरू करते हैं और आपके वेतन में हर साल 7 प्रतिशत की वृद्धि होती है, तो 60 वर्ष की उम्र में आपके EPF खाते में लगभग 1,56,81,500 रुपये की राशि जमा हो सकती है। यह राशि आपके सेवानिवृत्ति के बाद की वित्तीय जरूरतों को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। इस प्रकार, जितनी जल्दी आप EPF में निवेश शुरू करते हैं, उतना ही अधिक फंड आप रिटायरमेंट तक जमा कर सकते हैं।

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EPF में नियमित योगदान का महत्व

EPF खाते में नियमित योगदान देने का महत्व बहुत अधिक है। जब आप नियमित रूप से अपने मूल वेतन का 12 प्रतिशत EPF खाते में जमा करते हैं, तो आपका नियोक्ता भी उतना ही योगदान देता है। इस प्रकार, आपके खाते में हर महीने वेतन का 24 प्रतिशत जमा होता है। इस पर मिलने वाला 8.1 प्रतिशत का वार्षिक ब्याज आपके फंड को और भी बढ़ा देता है। चक्रवृद्धि ब्याज के कारण, यह राशि समय के साथ बहुत तेजी से बढ़ती है।

कम वेतन से भी बन सकते हैं करोड़पति

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यदि आप कम उम्र में ही नौकरी शुरू कर देते हैं, तो भले ही आपका वेतन कम हो, रिटायरमेंट तक आप करोड़पति बन सकते हैं। उदाहरण के लिए, 25 वर्ष की उम्र में 25,000 रुपये के वेतन के साथ नौकरी शुरू करने और वेतन में हर साल 5 प्रतिशत की वृद्धि होने पर, 60 वर्ष की उम्र तक आप लगभग 2 करोड़ रुपये जमा कर सकते हैं। यह राशि आपको और आपके परिवार को वित्तीय सुरक्षा प्रदान करने के लिए पर्याप्त है और आपको एक आरामदायक सेवानिवृत्ति जीवन जीने में मदद कर सकती है।

EPF की विशेष सुविधाएं

EPFO अपने सदस्यों को कई विशेष सुविधाएं प्रदान करता है। एक महत्वपूर्ण सुविधा यह है कि यदि कर्मचारियों को रिटायरमेंट से पहले पैसों की आवश्यकता होती है, तो वे अपने EPF खाते से आंशिक निकासी कर सकते हैं। यह निकासी विभिन्न जरूरतों जैसे घर खरीदने, बच्चों की शिक्षा, शादी, या गंभीर बीमारी के इलाज के लिए की जा सकती है। इसके अलावा, यदि कोई कर्मचारी दो महीने से अधिक समय तक बेरोजगार रहता है, तो वह अपने EPF खाते से आंशिक राशि निकाल सकता है।

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EPF में निवेश के कर लाभ

EPF में निवेश करने का एक बड़ा लाभ कर बचत है। आयकर अधिनियम की धारा 80C के तहत, EPF में किए गए निवेश पर कर छूट मिलती है। इसके अलावा, EPF खाते में जमा राशि पर मिलने वाला ब्याज भी कर-मुक्त होता है। यह इसे एक आकर्षक निवेश विकल्प बनाता है, जिससे आप न केवल अपने भविष्य के लिए बचत कर सकते हैं, बल्कि कर देनदारी को भी कम कर सकते हैं। निकासी के समय भी, यदि सेवा के 5 वर्ष पूरे हो गए हैं, तो निकाली गई राशि पर कोई कर नहीं लगता।

EPF के साथ सुरक्षित भविष्य की ओर

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EPFO कर्मचारियों के भविष्य को सुरक्षित करने का एक बेहतरीन माध्यम है। यह न केवल एक सुरक्षित निवेश विकल्प प्रदान करता है, बल्कि सेवानिवृत्ति के बाद की वित्तीय जरूरतों को पूरा करने में भी मदद करता है। नियमित रूप से EPF खाते में योगदान देकर, कम वेतन वाले कर्मचारी भी अपने रिटायरमेंट तक एक बड़ी राशि जमा कर सकते हैं। इसलिए, हर कर्मचारी को अपने EPF खाते का महत्व समझना चाहिए और इसमें नियमित रूप से योगदान देना चाहिए ताकि वे अपने और अपने परिवार के लिए एक सुरक्षित वित्तीय भविष्य सुनिश्चित कर सकें।

Disclaimer

यह लेख केवल सामान्य जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। EPF से संबंधित नियम और ब्याज दरें समय के साथ बदल सकती हैं। इसलिए, किसी भी निवेश निर्णय लेने से पहले, कृपया EPFO की आधिकारिक वेबसाइट या विशेषज्ञों से नवीनतम जानकारी प्राप्त करें। लेख में दिए गए आंकड़े और गणनाएं केवल उदाहरण के लिए हैं और वास्तविक परिणाम अलग हो सकते हैं। निवेश से जुड़े सभी निर्णय व्यक्तिगत वित्तीय स्थिति और जोखिम क्षमता के अनुसार लिए जाने चाहिए।

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