Advertisement

500 रुपये के नोट को लेकर सरकार ने जारी किया हाई अलर्ट RBI Guidelines

RBI Guidelines: आज के समय में नकली नोटों का चलन बढ़ता जा रहा है, जिससे आम नागरिकों को आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ रहा है। हाल ही में, सरकार और भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) ने 500 रुपये के नकली नोटों के संबंध में एक हाई अलर्ट जारी किया है। इन नकली नोटों की पहचान करना काफी मुश्किल हो सकता है क्योंकि ये असली नोटों की तरह ही दिखते हैं। आइए जानते हैं इन नकली नोटों की पहचान कैसे की जा सकती है और इनसे बचने के लिए क्या सावधानियां बरतनी चाहिए।

नकली नोटों में स्पेलिंग की गड़बड़ी

सबसे पहली और महत्वपूर्ण बात यह है कि नकली नोटों में कुछ शब्दों की स्पेलिंग गलत होती है। विशेष रूप से, नकली नोटों पर “RESERVE BANK OF INDIA” में ‘RESERVE’ शब्द में ‘E’ की जगह ‘A’ लिखा होता है। यह छोटी सी गलती आसानी से नज़र आ सकती है अगर आप ध्यान से देखें। इस तरह की बारीकियों पर नज़र रखकर आप नकली नोट से बच सकते हैं और अपने पैसे की सुरक्षा कर सकते हैं।

Also Read:
Home Loan Rule होम लोन वाले बचा सकते हैं लाखों रुपये, जानिए क्या है होम लोन बैलेंस ट्रांसफर Home Loan Rule

सुरक्षा धागे से पहचान

असली और नकली नोट में अंतर पहचानने का एक प्रमुख तरीका सुरक्षा धागे की जांच करना है। असली 500 रुपये के नोट के बीच में एक विशेष धागा होता है, जिसे तिरछा करने पर हरे से नीले रंग में बदलता हुआ देखा जा सकता है। इस धागे पर ‘भारत’ और ‘आरबीआई’ शब्द स्पष्ट रूप से लिखे होते हैं। दूसरी ओर, नकली नोटों में सुरक्षा धागा धुंधला होता है और रंग परिवर्तन नहीं होता। साथ ही, धागे पर लिखे शब्द अस्पष्ट होते हैं, जिससे इन्हें पढ़ना मुश्किल हो जाता है।

वॉटरमार्क की पहचान

Also Read:
Home Loan EMI होम लोन लेते समय 90 प्रतिशत लोग करते हैं ये गलती, फिर लोन चुकाने में लग जाता है डबल समय Home Loan EMI

असली 500 रुपये के नोट को जब हम रोशनी के सामने रखते हैं, तो दाईं ओर महात्मा गांधी की तस्वीर और 500 रुपये का इलेक्ट्रोटाइप वॉटरमार्क स्पष्ट दिखाई देता है। यह वॉटरमार्क नोट के कागज का ही हिस्सा होता है। नकली नोटों में यह वॉटरमार्क अस्पष्ट, धुंधला या पूरी तरह से गायब हो सकता है। अगर आप किसी नोट में वॉटरमार्क स्पष्ट नहीं देख पा रहे हैं, तो यह संदेह का कारण हो सकता है।

सूक्ष्म अक्षरों की जांच

असली 500 रुपये के नोट पर ‘भारत’ और ‘इंडिया’ जैसे शब्द सूक्ष्म अक्षरों में छिपे होते हैं। इन्हें मैग्नीफाइंग ग्लास की मदद से देखा जा सकता है। ये अक्षर इतने छोटे होते हैं कि नकली नोट बनाने वालों के लिए इन्हें सटीक रूप से नकल करना मुश्किल होता है। इसलिए, नकली नोटों में ये सूक्ष्म अक्षर या तो पूरी तरह से गायब होते हैं या फिर अस्पष्ट और धुंधले होते हैं।

Also Read:
Home Loan बैंक से लेना है 50 लाख से ज्यादा का होम लोन, जानिए कौन से बैंक का है सबसे कम ब्याज Home Loan

प्रिंटिंग की गुणवत्ता

असली नोट की प्रिंटिंग बेहद स्पष्ट और उच्च गुणवत्ता वाली होती है। इसमें अशोक स्तंभ, लाल किले की आकृति, महात्मा गांधी की तस्वीर, सभी विवरण स्पष्ट और तेज दिखाई देते हैं। नकली नोटों में प्रिंटिंग की गुणवत्ता अक्सर खराब होती है, जिससे तस्वीरें और विवरण फीके या धुंधले दिखाई देते हैं। इसलिए, नोट के विभिन्न हिस्सों की प्रिंटिंग की गुणवत्ता की जांच करना महत्वपूर्ण है।

उभरी हुई प्रिंटिंग

Also Read:
PM Vishwakarma Yojana पीएम विश्वकर्मा योजना 15000 रुपए के नए आवेदन शुरू PM Vishwakarma Yojana

500 रुपये के असली नोट में अशोक स्तंभ, महात्मा गांधी की तस्वीर और अन्य कई चिन्ह उभरे हुए होते हैं। इन्हें बनाया गया है ताकि दृष्टि बाधित व्यक्ति भी नोट की पहचान कर सकें। नोट पर हाथ फेरने से आप इन उभरे हुए चिन्हों को महसूस कर सकते हैं। नकली नोटों में यह उभरी हुई प्रिंटिंग कम होती है या बिल्कुल नहीं होती, जिससे नोट पर हाथ फेरने पर चिकना महसूस होता है।

अन्य विशेषताएं

असली 500 रुपये के नोट पर स्वच्छ भारत लोगो, केंद्र में भाषा पैनल, लाल किले की तस्वीर और प्रिंटिंग का वर्ष स्पष्ट रूप से अंकित होता है। नकली नोटों में इनमें से कुछ विशेषताएँ गायब हो सकती हैं, अस्पष्ट हो सकती हैं या गलत जगह पर हो सकती हैं। इसलिए, नोट के सभी विवरणों की सावधानीपूर्वक जांच करना आवश्यक है।

Also Read:
wife property rights क्या दूसरी पत्नी मांग सकती है पति की प्रोपर्टी में हिस्सा, जानिये कानूनी प्रावधान wife property rights

नकली नोट मिलने पर क्या करें?

यदि आपको कोई नकली नोट मिलता है, तो घबराएं नहीं। सबसे पहले, इसे अपने पास से अलग रख लें और तुरंत नज़दीकी बैंक या पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट करें। बैंक या पुलिस आपको आगे की कार्रवाई के बारे में मार्गदर्शन देंगे। याद रखें, नकली नोट रखना या उसका उपयोग करना दोनों ही कानूनी अपराध हैं, इसलिए जैसे ही आपको पता चले, उचित कार्रवाई करें।

नकली नोटों से बचने के उपाय

Also Read:
salary hike Update 2.86 फिटमेंट फैक्टर होने से सरकारी कर्मचारियों की सैलरी में इतना होगा इजाफा salary hike Update

आजकल डिजिटल भुगतान विकल्प जैसे UPI, नेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग और क्रेडिट/डेबिट कार्ड का उपयोग बढ़ गया है। इन विकल्पों का उपयोग करके आप नकली नोटों के खतरे से बच सकते हैं। पर अगर नकद लेन-देन ज़रूरी हो, तो नोट की सभी सुरक्षा विशेषताओं को अच्छे से जांच लें। बड़े लेनदेन के समय विशेष सावधानी बरतें और संदेह होने पर तुरंत बैंक की मदद लें।

सजग रहना है ज़रूरी

हमारे देश में आर्थिक अपराध बढ़ रहे हैं, इसलिए हर नागरिक का कर्तव्य है कि वे सतर्क रहें और अपने पैसे की सुरक्षा के प्रति जागरूक रहें। नकली नोटों से बचने के लिए नोटों की पहचान संबंधी जानकारी रखना आवश्यक है। साथ ही, अगर आपको कोई संदिग्ध नोट मिले, तो उसकी जानकारी अधिकारियों तक पहुंचाकर आप इस समस्या से निपटने में योगदान दे सकते हैं।

Also Read:
CIBIL Score होम लोन लेने के लिए कितना होना चाहिए सिबिल स्कोर, बैंक जाने से पहले जान लें जरूरी बात CIBIL Score

500 रुपये के नोट लेते समय उसकी बारीकी से जांच करें, विशेष रूप से सुरक्षा धागे, वॉटरमार्क, उभरी हुई प्रिंटिंग और अन्य सुरक्षा विशेषताओं पर ध्यान दें। छोटे-छोटे विवरणों पर नज़र रखना नकली नोटों से बचने का सबसे अच्छा तरीका है। और जहां संभव हो, डिजिटल भुगतान का विकल्प चुनें, यह न केवल सुरक्षित है बल्कि आसान और तेज़ भी है।

Disclaimer

इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य जागरूकता के लिए है। नकली नोटों की पहचान के लिए आधिकारिक जानकारी भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) की वेबसाइट या नज़दीकी बैंक शाखा से प्राप्त की जा सकती है। नोट की प्रामाणिकता के बारे में किसी भी संदेह की स्थिति में, कृपया अपने नज़दीकी बैंक या वित्तीय संस्थान से संपर्क करें।

Also Read:
indian currency 10 और 500 रूपये के नोट को लेकर RBI ने जारी की गाइडलाइन indian currency

5 seconds remaining

Leave a Comment

Whatsapp Group